चेक बाउंस पर RBI का बड़ा फैसला! 1 अप्रैल से लागु होंगे ये नए नियम Cheque Bounce New Rule

Cheque Bounce New Rule: आज भी चेक का इस्तेमाल पेमेंट के तरीके के तौर पर काफी आम है, लेकिन चेक से पेमेंट करने में थोड़ी सी भी लापरवाही आपके लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है। चेक बाउंस होने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है, जो जुर्माने से लेकर जेल तक की सजा दिलवा सकती है। इसलिए अगर आप भी चेक से लेन-देन करते हैं, तो आपको चेक बाउंस से संबंधित नए नियमों को जानना बेहद जरूरी है।

चेक से पेमेंट का तरीका और नए नियम

बैंक में खाता खोलने के बाद आपको चेक बुक मिलती है, जिससे आप पेमेंट कर सकते हैं। चेक का इस्तेमाल आसान लगता है, लेकिन अब चेक बाउंस होने पर नियम और दंड भी ज्यादा कड़े हो गए हैं। नए नियमों के मुताबिक, अगर चेक बाउंस होता है तो आपको पहले से ज्यादा दंड भुगतना पड़ सकता है।

चेक बाउंस होने पर क्या होता है

चेक बाउंस होने की स्थिति में बैंक तुरंत आपको सूचना भेजता है और चेक बाउंस होने का कारण भी बताता है। इस स्थिति में आपको 30 दिनों के अंदर चेक की राशि का भुगतान करना होता है। अगर आप भुगतान नहीं करते हैं तो बैंक उस व्यक्ति के खाते से चेक बाउंस चार्ज काट लेता है और आपको लीगल नोटिस भेजा जा सकता है।

क्या हो सकती है कानूनी कार्रवाई

अगर चेक बाउंस होने के बाद भी आप 30 दिनों के अंदर भुगतान नहीं करते हैं, तो सामने वाला व्यक्ति आपको लीगल नोटिस भेज सकता है। इस नोटिस के जवाब में आपको 15 दिनों के अंदर भुगतान करना होता है। अगर फिर भी भुगतान नहीं होता है तो आपके खिलाफ Negotiable Instrument Act, 1881 की धारा 138 के तहत केस दर्ज किया जा सकता है।

क्या हो सकती है सजा

यदि कोर्ट में मामला पहुंचता है और आपको दोषी पाया जाता है, तो आपको निम्नलिखित सजा हो सकती है:

  • जुर्माना: आपको चेक की रकम से दोगुना जुर्माना भरना पड़ सकता है।
  • जेल की सजा: 2 साल तक की सजा हो सकती है।
  • दोनों सजा: कोर्ट जुर्माना और जेल दोनों की सजा एक साथ दे सकता है।
  • ब्याज: बाउंस हुए चेक पर आपको ब्याज भी देना पड़ सकता है।

चेक बाउंस से बचने के लिए जरूरी बातें

चेक से पेमेंट करते समय कुछ खास बातें ध्यान में रखनी चाहिए ताकि चेक बाउंस न हो और आपको कानूनी पचड़े में न फंसना पड़े।

  • खाते में पर्याप्त बैलेंस रखें: चेक जारी करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके खाते में उतनी राशि उपलब्ध है जितनी रकम का चेक काटा गया है
  • सही जानकारी भरें: चेक भरते समय नाम, राशि और तारीख को सही से लिखें। छोटी-सी गलती भी चेक बाउंस होने की वजह बन सकती है
  • सही हस्ताक्षर करें: चेक पर किए गए हस्ताक्षर आपके बैंक में दर्ज सिग्नेचर से मेल खाने चाहिए। गलत सिग्नेचर से भी चेक बाउंस हो सकता है
  • चेक की वैधता पर ध्यान दें: कोई भी चेक तीन महीने तक वैध होता है। इसलिए अगर आपको किसी ने चेक दिया है, तो उसे तीन महीने के अंदर बैंक में जमा कर दें
  • ओवरराइटिंग न करें: चेक पर किसी भी तरह की ओवरराइटिंग न करें। इससे बैंक चेक को रिजेक्ट कर सकता है

चेक बाउंस होने पर क्या करें

यदि गलती से आपका चेक बाउंस हो गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले संबंधित व्यक्ति से संपर्क करें और जल्दी से बकाया राशि का भुगतान करें। यदि आपको लीगल नोटिस मिलता है, तो उसे नजरअंदाज न करें और 15 दिनों के भीतर इसका जवाब दें।

निष्कर्ष

चेक से पेमेंट करना आसान और विश्वसनीय तरीका है, लेकिन इसमें लापरवाही करने से गंभीर कानूनी दंड का सामना करना पड़ सकता है। चेक बाउंस होने पर भारी जुर्माना, जेल और ब्याज के अलावा अन्य दंड हो सकते हैं। इसलिए चेक जारी करते समय सभी नियमों का पालन करें और अपने खाते में पर्याप्त बैलेंस रखें। चेक बाउंस से बचने के लिए सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि आपकी पेमेंट प्रक्रिया सही है।

Leave a Comment